Haryana Weather Update: हरियाणा में बादलों का कहर जारी, 18 जिलों में अलर्ट, गर्मी से राहत या नई आफत का संकेत

Haryana Weather Update: मानसून ने धीरे-धीरे हरियाणा के अधिकांश हिस्सों को कवर कर लिया है जिससे चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में हल्की बारिश जारी रहने की उम्मीद है। शुक्रवार को 18 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया था जिससे और अधिक बारिश की गतिविधि का संकेत मिलता है। गुरुवार को हिसार फतेहाबाद कुरुक्षेत्र नूंह और महेंद्रगढ़ जैसे इलाकों में हल्की बारिश हुई जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट आई। चार जिलों में फिर से हल्की बूंदाबांदी की संभावना है जिससे मौसम की स्थिति में और सुधार हो सकता है।
हिसार में हल्की बूंदाबांदी हुई जबकि हांसी में भारी बारिश हुई। फतेहाबाद के टोहाना इलाके में भी शाम को बारिश हुई जिससे मौसम ठंडा हुआ। हालांकि तेज धूप और उमस भरी गर्मी के कारण दिन का समय असहज रहा। रोहतक और सिरसा में पारा 36 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया जिससे बेचैनी और बढ़ गई। हालांकि बारिश से कुछ राहत जरूर मिली लेकिन उमस के कारण दिन में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। आईएमडी का कहना है कि और अधिक बारिश की संभावना है खासकर तब जब मानसून फिर से सक्रिय हो रहा है।
मारकंडा नदी में बाढ़ से 35 गांव प्रभावित
कुरुक्षेत्र के जलबेहरा और नैसी गांवों के पास मारकंडा नदी का टूटा तटबंध भीषण जलभराव का कारण बना है। बाढ़ का पानी आगे बढ़ गया है लेकिन इससे पहले करीब 35 गांवों की फसलें डूब चुकी हैं। कई खेत अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। अधिकारियों ने जलबेहरा में हुए इस दरार को ठीक कर दिया है जिससे स्थिति पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया जा सका है। दो दिन पहले मारकंडा नदी का जलस्तर 23000 क्यूसेक तक बढ़ गया था लेकिन अब शाहाबाद में यह घटकर 6000 क्यूसेक रह गया है जिससे तत्काल दबाव कम हो गया है।
स्थिति नियंत्रण में है लेकिन निगरानी जारी है
अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल ने नुकसान का आकलन करने के लिए मारकंडा तटबंध का दौरा किया। फतेहाबाद में चांदपुरा साइफन पर घग्गर नदी 8000 क्यूसेक पर बह रही है जिसे अभी सुरक्षित माना जाता है। अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। घग्गर नदी सरदुलगढ़ के रास्ते सिरसा में प्रवेश करती है और गुरुवार शाम तक वहां 5730 क्यूसेक पानी पहुंच चुका था। अधिकारी अचानक बाढ़ आने से रोकने के लिए जलस्तर पर कड़ी नजर रख रहे हैं खासकर अगर सप्ताहांत में बारिश बढ़ जाती है। कुल मिलाकर हालांकि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन लगातार बारिश से आगे और चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।