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Haryana News: हरियाणा सरकार की बड़ी घोषणा! हरियाणा के इस जिले को मिलेगा 4 करोड़ का तोहफा

हरियाणा सरकार ने गन्नौर क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत दी है। चार करोड़ रुपये की लागत से पुरखास–भोगीपुर और कामी–कुराड़ मार्ग का पुनर्निर्माण होगा जिससे हजारों लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिल सकेगी। Ask ChatGPT

Haryana News: हरियाणा सरकार ने सोनिपत जिले के गन्नौर क्षेत्र के लोगों को बड़ी सौगात दी है। लंबे समय से खराब हालात में चल रही दो मुख्य सड़कों का अब पुनर्निर्माण किया जाएगा। ये सड़कें पुरखास से भोगीपुर और कामी से कुराड़ को जोड़ती हैं। इन दोनों सड़कों की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस काम पर करीब 4 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

गांवों को जोड़ने वाली ये दोनों सड़कें इतनी खराब हो चुकी थीं कि लोगों को हर दिन जान जोखिम में डालकर इनसे गुजरना पड़ता था। सड़क पर बने गड्ढों में बरसात के दिनों में पानी भर जाता है जिससे वाहन चालकों को दुर्घटना का खतरा बना रहता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन सड़कों से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं और कई गांवों का संपर्क इन्हीं रास्तों से होता है।

विभाग ने शुरू की प्रक्रिया जल्द शुरू होगा काम

PWD विभाग के जेई नवनीत सहरावत ने बताया कि विभाग ने इन टूटी हुई सड़कों के पुनर्निर्माण की पूरी योजना तैयार कर ली है। 4 जुलाई को टेंडर खोला जाएगा और योग्य एजेंसी को कार्य सौंप दिया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही काम को तुरंत शुरू कर दिया जाएगा ताकि लोगों को जल्द राहत मिल सके। विभाग ने आश्वासन दिया है कि निर्माण कार्य गुणवत्ता और तय समयसीमा के अनुसार पूरा किया जाएगा।

 बारिश में बन जाती थी मुश्किलों की सड़क

स्थानीय निवासियों के अनुसार, हर बारिश में सड़कों पर भरे पानी के कारण बाइक सवार और छोटे वाहन चालक फिसल जाते थे और कई बार गंभीर चोटें भी आ चुकी हैं। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए इन रास्तों से आना-जाना बेहद जोखिम भरा बन गया था। अब जब सरकार ने इसका समाधान निकाल लिया है तो लोगों में संतोष की लहर दौड़ पड़ी है।

जैसे ही सड़कों का पुनर्निर्माण कार्य पूरा होगा, दर्जनों गांवों का सफर आसान और सुरक्षित हो जाएगा। बेहतर सड़कें सिर्फ सफर को आरामदायक नहीं बनातीं बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास का रास्ता भी खोलती हैं। इन नई सड़कों से किसानों को अपनी फसल बाजार तक ले जाने में आसानी होगी और स्कूली बच्चों को भी सुरक्षित आवागमन मिलेगा।

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