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Gurugraam Metro: गुरुग्राम को मिल रहा है नया तोहफा! मेट्रो नेटवर्क से खुलेंगे निवेश के नए रास्ते

गुरुग्राम में मेट्रो का आगमन सिर्फ यात्रा नहीं बल्कि शहर की तस्वीर बदलने वाला कदम है। जानिए कहां बनेंगे स्टेशन और कैसे बदलेगा रियल एस्टेट का भविष्य।

Gurugraam Metro: गुरुग्राम को अब उसका खुद का मेट्रो नेटवर्क मिलने जा रहा है जो शहर की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल देगा। अब तक यह शहर दिल्ली मेट्रो और रैपिड मेट्रो पर निर्भर था लेकिन अब गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) के नए प्रोजेक्ट से यह आत्मनिर्भर हो जाएगा। ₹1286 करोड़ की लागत वाला यह प्रोजेक्ट जुलाई के अंत तक टेंडर के फाइनल होने के साथ शुरू हो जाएगा।

गुरुग्राम मेट्रो के पहले चरण में 15.22 किलोमीटर लंबा ट्रैक और 15 स्टेशन बनाए जाएंगे। साथ ही 1.85 किलोमीटर लंबा स्पर बनाया जाएगा जो द्वारका एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा और सेक्टर 33 में प्रस्तावित डिपो तक पहुंचने के लिए एक रैम्प भी बनेगा। इस फेज में जिन स्टेशनों का निर्माण होगा उनमें सेक्टर 45, साइबर पार्क, सेक्टर 47, सुभाष चौक, सेक्टर 48 और हीरो होंडा चौक जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं।

तीन चरणों में होगा निर्माण कार्य

इस पूरे मेट्रो प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर 101 तक का निर्माण होगा। दूसरे चरण में सेक्टर 9 से साइबर हब तक मेट्रो कनेक्टिविटी दी जाएगी और तीसरे चरण में सेक्टर 33 में मेट्रो डिपो का निर्माण होगा। यह प्रोजेक्ट शहर के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर ट्रैफिक का दबाव भी कम करेगा।

रियल एस्टेट में उछाल की उम्मीद

गुरुग्राम मेट्रो की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर में 10 से 25 प्रतिशत तक कीमतों में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। राकेश यादव, सीएमडी अंतरिक्ष इंडिया ग्रुप के अनुसार, यह मेट्रो प्रोजेक्ट न केवल स्थानीय बल्कि विदेशी निवेशकों को भी आकर्षित करेगा। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम पहले से ही आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और विश्वस्तरीय हाउसिंग सोसाइटियों के लिए प्रसिद्ध है, अब मेट्रो कनेक्टिविटी से इसकी चमक और बढ़ेगी।

गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट योजना नहीं है बल्कि यह शहर के विकास की दिशा को नया मोड़ देगा। इस प्रोजेक्ट से शहर की जाम की समस्या कम होगी, लोगों को रोजमर्रा की यात्रा में राहत मिलेगी और साथ ही व्यवसायिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी। 28.5 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर में 27 स्टेशन शामिल होंगे जो शहर के हर कोने को आपस में जोड़ने में अहम भूमिका निभाएंगे।

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